भारत में लगातार पिछले 15 सालों में पोस्टपार्टम फिटनेस एक्सपर्ट के तौर पर काम करते हुए मैं अलग-अलग तरह की नई मांओं से मिली हूं। मैंने इन सभी नई मांओं में एक बात बहुत ही साफ देखी हैं, और वह है कि शिशु के जन्म के बाद मां की सभी जरूरतें पीछे छूटने लगती हैं। नींद की कमी, फीडिंग शेड्यूल और समाज में वापस जल्दी फिट होने के दबाव के चलते कई महिलाएं अक्सर पूछती हैं कि मुझे क्या मिला?
महिलाओं के इन्हीं इमोशन्स को समझते हुए मैंने हाल ही में ओनली माय हेल्थ और हर जिंदगी की इस सोच के साथ जुड़कर Maa Strong कैंपेन शुरू किया है।
शिशु के जन्म के बाद हीलिंग होना कोई विकल्प नहीं होता, बल्कि यह जरूरत है। पोस्टपार्टम रिकवरी का मतलब सिर्फ वजन कम करना या फिट होकर प्रेग्नेंसी से पहले के कपड़ों में फिट होना नहीं है। डिलीवरी के बाद अपने शरीर, ताकत और अपनी पहचान को पाना है, लेकिन यह प्रक्रिया धीरे-धीरे, ध्यान और एक्सपर्ट के साथ हर कदम मिलाकर पूरी की जा सकती है।
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पोस्टपार्टम फिटनेस क्यों है जरूरी?
अक्सर मान लिया जाता है कि पोस्टपार्टम का मतलब है कि प्रेग्नेंसी के बाद का समय, लेकिन यह महिलाओं के लिए नई शुरूआत होती है। इस दौरान कई मांओं की सही देखभाल न होने के कारण वे डिलीवरी के बाद भी लंबे समय तक दर्द, थकान और इमोशनल दबाव से जूझती रहती हैं। इसलिए पोस्टपार्टम फिटनेस बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन इसे तुरंत समाधान के तौर पर न देखा जाए बल्कि यह लंबे समय तक चलने वाली हीलिंग है। Maa Strong कैंपेन में मैं आपके साथ वो सब शेयर करने वाली हूं, जो मैं अपने क्लाइंट्स के साथ शेयर करती हूं। कुछ खास बातें ये हैं:
- कोर मसल्स को दोबारा मजबूत करना: प्रेग्नेंसी और शिशु के जन्म के समय महिलाओं की कोर मसल्स काफी खिंच जाने से कमजोर हो जाती है। अगर समय पर सपोर्ट न मिले, तो कमरदर्द, खराब पोस्चर और हर्निया तक की समस्या हो सकती है। सही मूवमेंट्स की मदद से ये दोबारा मजबूत किया जा सकता है।
- पेल्विक फ्लोर रिकवरी: चाहे महिला की नार्मल डिलीवरी हुई हो या फिर सर्जरी, उसके पेल्विक फ्लोर पर असर पड़ता ही है। उसे दोबारा मजबूत करने से ब्लैडर में सुधार, दर्द से राहत और लंबे समय तक शरीर को सपोर्ट मिलता है।
- शरीर की अंदरुनी हीलिंग: डाइजेशन, ब्लड सर्कुलेशन और हार्मोनल संतुलन के लिए शरीर के अंदरुनी सिस्टम को देखभाल की जरूरत होती है। सांस से जुड़ी एक्सरसाइड और धीरे-धीरे मूवमेंट्स के जरिए एनर्जी को रिस्टोर करने में मदद मिल सकती है और संतुलन बनाया जा सकता है। इसे सिर्फ फिटनेस की नजर से नहीं देखना चाहिए बल्कि यह बुनियादी रिकवरी है।
Maa Strong कैंपेन से आपको क्या मिलेगा?
मैं जानती हूं कि पोस्टपार्टम फेज कितना कंफ्यूजन वाला और अकेलापन का हो सकता है। इसलिए Maa Strong कैंपेन को इस तरह डिजाइन किया है, जिसमें आपको जानकारी के जरिए गाइड और सपोर्ट किया जा रहा है, ताकि आप खुद को सशक्त महसूस कर सकें।
आपको Maa Strong में क्या मिलेगा:
- आपकी रिकवरी के हर स्टेज के लिए सुरक्षित पोस्टपार्टम कसरत की स्टेप-बाय-स्टेप जानकारी
- कोर मसल्स की रिकवरी और पेल्विक फ्लोर की मजबूती के लिए आसान अभ्यास और ब्रीदिंग बेस्ड हीलिंग
- न्यूट्रिशन से जुड़ी सही जानकारी जो शरीर को पोषण और रिकवरी दोनों देगी
- मानसिक तनाव कम करने और इमोशनल रूप से खुद को बेहतर महसूस करने के लिए आसान टिप्स
- उन मांओं की सच्ची कहानियां जिन्होंने आपकी तरह की ये सफर तय करके खुद को सशक्त महसूस कराया
- विभिन्न क्षेत्रों से भरोसेमंद एक्सपर्ट्स की सलाह ताकि आपको हर तरीके की सही जानकारी मिलें
जो भी हम आपको कंटेट दे रहे हैं, उसमें अपनापन होने के साथ वैज्ञानिक आधार और असल दुनिया के अनुभवों को भी साझा किया है।
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एक महिला का दूसरी महिला को कुछ खास संदेश
अगर आप ये पढ़ रही हैं, तो ये जान लीजिए कि आप अकेली नहीं है।
आपको न तो कोई जल्दबाजी करने की जरूरत है और न ही किसी को कुछ भी साबित करने की। जो आपको चाहिए वो है, समय, सपोर्ट और रिकवरी के लिए प्यार और सही इरादा।
Maa Strong का मकसद आपको बदलना नहीं, बल्कि आपको फिर से आपके अंदर की ताकत से जोड़ना है ताकि आप और मजबूत, समझदार और पहले से ज्यादा संतुलित।
तो आप इस सफर में मेरे साथ बनें रहें। आपका ये सफर हमारे लिए मायने रखता है और आपकी रिकवरी बहुत महत्वपूर्ण है।
और आपकी ताकत? यह तो आपके पास पहले से ही है। हम इसे बस आपके लिए दोबारा खोजने में मदद करेंगे।